एक नज़ारा देखा।
दस शराबी नशे में धुत्त थे। खुद को संभाल न पाएँ इतना अधिक नशा कर रखा था। सड़क पर वे शोर मचा रहे थे और आपस में लड़ रहे थे। एक आदमी जिसने कभी शराब नहीं पी या किसी मादक पदार्थ का सेवन नहीं किया, उनके बीच गया और उन्हें नशा करने के नुकसानों के बारे में प्रवचन देने लगा।
मैंने फिर से गिनती की। अब पाया कि वहाँ कुल ग्यारह आदमी नशे से प्रभावित थे।
- हितेन्द्र अनंत