तस्वीरें आ रही हैं
देखो सब ठीक है
देखो सब ठीक है
कितनी खुश है जनता देखो
सब्ज़ी ख़रीद रही है
खाना खाती है दो वक्त का
और सांस भी ले रही है
मुँह बंद
कान बंद
आँखें भी बंद
सोच भर सकती है
देखो सब ठीक है
बंदूक से डरती है
जेल में भरती है
सड़कों पर चलने से
कितना डरती है
ज़िंदा है शरीर से
देखो सब ठीक है
लोगों की
गर्दनों पर चाकू
कनपटी पर बंदूक
चौराहों पर टैंकर
गलियों में बूटों की कदमताल
सुरक्षित हैं लोग
देखो सब ठीक है
हितेन्द्र अनंत